वन रक्षक ने विभागीय आलाधिकारियों पर लगाये उत्पीडऩ के आरोप - समाचार RIGHT

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गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

वन रक्षक ने विभागीय आलाधिकारियों पर लगाये उत्पीडऩ के आरोप

वन रक्षक ने विभागीय आलाधिकारियों पर लगाये उत्पीडऩ के आरोप

ललितपुर। उत्तर प्रदेश वन रक्षक संघ के संयुक्त मंत्री हृदेशचंद्र डीएफओ को एक शिकायती पत्र सौंपते हुये ललितपुर रेन्ज के अंतर्गत फील्ड कर्मचारियों का उत्पीडऩ किये जाने का आरोप लगाया है। पत्र में उन्होंने डीएफओ को अवगत कराया है कि ललितपुर रेन्ज के फील्ड कर्मचारियों द्वारा ललितपुर रेन्ज अधिकारी द्वारा किये जा रहे शोषण/ उत्पीडऩ का शिकायत पत्र 18 नवम्बर 2021 का हवाला देते हुये अवगत कराया कि ललितपुर रेन्ज के फील्ड कर्मचारियों द्वारा आठ कर्मचारियों के हस्ताक्षर युक्त शिकायत पत्र शोषण उत्पीडऩ किये जाने बावत रेन्ज अधिकारी ललितपुर के विरुद्ध 18 नवम्बर 2021 को डीएफओ कार्यालय को प्रेषित किया गया था, परन्तु आप द्वारा न्याय न कर हस्ताक्षर करने वाले फील्ड कर्मचारियों का उत्पीडऩ शुरु कर दिया गया है। बताया कि आशीष आनन्द वन दरोगा आफिस अटैच, रमेश प्रसाद पाठक वन रक्षक बिना कारण के स्थानान्तरण, हनुमत सिंह, वन रक्षक अति संवेदनशील वागडिया प्रभावित वीट धौर्रा की राइफल रेन्ज कार्यालय में जमा कराना, हृदेश चन्द्र वन रक्षक जाखलौन वीट की कॉम्बिंग कराकर निलम्बित कराने की धमकी देना इत्यादि है। ऐसी दशा में जब अधिकारियों का सहयोग न हो वन अपराध का एच 2 कैंस इजरा करने से मना करना एवं वर्ष 2016 से चार्ज सीटे न्यायालय न पहुंचाना, लगभग दो-दो वर्षों के इजरा एच-2 केशों के अभी तक नोटिस अपराधियों को न पहुंचाना तो नाजायज जोत, अतिक्रमण, अवैध खनन आदि वन अपराधों पर कैसे अंकुश लगाया जायेगा। आरोप लगाया कि इसके पूर्व में भी विभागीय आलाधिकारियों द्वारा कई कर्मचारियों का उत्पीडऩ किया जा चुका है। जिनके आरोप पत्रों का अभी तक निस्तारण नहीं किया गया, प्रभाग के अन्दर व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण कर्मचारियों का उत्पीडऩ किया जा रहा है। उन्होंने डीएफओ को अवगत कराया कि एक सप्ताह के अन्दर पीडि़त कर्मचारियों के साथ न्याय न किया गया तो 03 जनवरी 2022 से फील्ड कर्मचारी ललितपुर रेन्ज वन मुख्यालय परिसर के बाहर धरने पर बैठने को बाध्य होगे। इस दौरान किसी भी प्रकार की छति होती है तो उसकी पूर्ण जिम्मेदारी विभागीय आलाधिकारियों की होगी।

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