नकली नोटों की तस्करी करने बाले गिरोह का पर्दाफाश ,3 गिरफ्तार
आगरा:-जिले में क्रिमिनल इंटेलीजेंस विंग, स्वाट, सर्विलांस टीम व थाना हरीपर्वत पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में पुलिस ने नकली नोट छापकर मार्केट में ठगी करने वाले गिरोह के 3 आरोपियों को अरेस्ट किया है. पुलिस ने इनके पास से एक लाख 95 हजार रुपये के नकली नोट भी बरामद किए है. इसके अलावा एक लग्जरी कार भी बरामद की है.
शनिवार को थाना हरीपर्वत, क्रिमिनल इंटेलीजेंस विंग, स्वाट, सर्विलांस टीम टीपी नगर चौराहा पर चेकिंग कर रही थी. इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आगरा शहर में पिछले कई महीनों से नकली नोटों को असली के रूप में बिक्री करने वाले और नकली नोटों को असली के रूप में मार्केट में चलाकर ठगी की घटना करने वाला गिरोह फिरोजाबाद से सिकंदरा की ओर आ रहा है.
इस पर पुलिस बताए गए स्थान पर पहुंची और बैरियर लगाकर चेकिंग की. कुछ समय बाद एक होण्डा सिटी कार आती दिखी. इस पर जब कार चालक ने पुलिस को चेकिंग करते हुए देखा तो वह मोड़ के भागने लगा. लेकिन चेकिंग के कारण यातायात धीमा होने से वह गाड़ी को मोड़ नहीं सका. इधर शक होने पर पुलिस ने उसे चारों ओर से घेर लिया और तीन आरोपियों को अरेस्ट कर लिया.
पुलिस को इनके पास से 2000 और 500 के कुल एक लाख 95 हजार रुपये नकली नोट,एक लग्जरी कार, एक कलर प्रिंटर, दो रबर मुहर, एक चाकू, एक टेप, एक गोनदानी, एक ब्रुस व एक सुई मय सिरेंज बरामद हुई.
इस तरह करते थे काम
पूछताछ में आरोपियां ने अपना नाम कमल प्रताप सिंह उर्फ केपी सिंह, नीलकमल व मनीष बताया. बरामद एक ही सीरियल नंबर के नोटों के संबंध में जानकारी की गई जिस पर पकड़े गए जो दो—दो हजार रुपये के नोट एक ही सीरियल के बरामद हुए हैं, वह सभी नोट नकली नोट हैं, जिन्हें हमने रंगीन कलर प्रिंटर के माध्यम से तैयार करके बनाया है. इन नोटों को हम असली के तौर पर मार्केट में चलाते हैं तथा जो दस, बीस व पचास के नोट बरामद हुए हैं वह हमारे खर्चे के रुपये हैं. हम इन नोटों को जिस प्रिंटर मशीन से बनाते हैं वह प्रिंटर मशीन हमाारी गाड़ी के पीछे पड़ी हुई है. पुलिस ने नोटों व मशीन को जब्त कर लिया