हाईवे पर यातायात इंटरसेप्टर का आतंक
आगरा संवाददाता । यूं तो यातायात पुलिस को जाम खुलवाने अथवा व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगाया जाता है मगर आजकल यातायात की इंटरसेप्टर हाईवे पर एक सूत्री कार्यक्रम में लगे हुए दिखा जा सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हाईवे पर दो इंटरसेप्टर का आतंक बना हुआ है। यह यातायात इंटरसेप्टर बाहर के नंबरों की गाड़ियों को देखकर रुकवा लेते हैं और अपने मोबाइल से फोटो खींचकर चालान करने के नाम पर भ्रमित करते हुए भारी भरकम जुर्माना बताकर सौदेबाजी करने में लग जाते हैं।
जबकि शहर के अंदर कहीं भी जाम लगा हो यातायात की दोनों इंटरसेप्टर का कहीं भी अता पता नहीं होता है मगर हाईवे पर इनको लगातार देखा जा सकता है जहां चुनाव में ट्रैफिक पुलिस गई हुई है उसके बावजूद भी एक इंटरसेप्टर बिना प्रभारी के ही हाईवे पर होमगार्ड व पीआरडी को लेकर ट्रकों वह अन्य बाहर के नंबर को रोक कर अवैध वसूली करते हुए देखा जा सकता है।
बताते चलें काफी समय से यातायात पुलिस पर पुलिस के उच्च अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने के चले यातायात पुलिस के पुलिसकर्मी खुलेआम सड़कों पर चालान का भय दिखाकर अवैध वसूली करने में लगे हुए हैं। जबकि पूर्व यातायात पुलिस के दो टी एस आई से लेकर पुलिसकर्मी जेल गए
इतना ही नहीं कुछ पुलिसकर्मियों पर तो मिसकंडक्ट, निलंबन वह औ आर तक की कार्रवाई हुई
जिले के कप्तान साहब कब इस और मामला संज्ञान में लेते हुए उच्च स्तरीय जांच इंटरसेप्टर मैं चलने वालों की मोबाइल लोकेशन वह हाईवे पर लगे सीसीटीवी फुटेज आदि निकलवा कर जांच करा ली जाए तो उनकी लोकेशन अधिक हाईवे पर ही नजर आएगी देखने वाली बात यह होगी कि जांच होने के बाद यातायात पुलिस की इंटरसेप्टर पर चलने वालों पर कब कार्रवाई अमल में आती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा ।
पत्रकार बंधु रखे यातायात की इन इंटरसेप्टर पर नजर
पत्रकार बंधु भी रखे यातायात पुलिस की इंटरसेप्टर पर नजर क्योंकि यह पुलिसकर्मी आगरा में अवैध वसूली करने के बाद एक समय के बाद ट्रांसफर पर चले जाती है। मगर बाहर के नंबरों पर अवैध वसूली करने के चलेंगे आगरा शहर को बदनाम कर देते हैं। ऐसे पुलिसकर्मियों पर पत्रकार बंधु नजर बनाए रखें और वीडियो और फोटो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करने के साथ ही अखबारों के लिए पत्रकारों को भी फोटो उपलब्ध करा दें। जिससे कि अवैध वसूली करने वालों की खबर प्रकाशित हो सके और बाहर के आ रहे हैं वाहन स्वामियों को ट्रैफिक पुलिस की अवैध वसूली से राहत मिल सके ।