आप जैसा न कोई था ना कोई हैं प्राण साहब : सलीम शेरवानी "क़लमकार"
आगरा। इंडस्ट्री का सबसे भला आदमी एक विलेन था। हैप्पी बर्थडे खलनायकी के पितामह प्राण साहब। आप जैसा न कोई था ना कोई है। वाकई वे एक लाजवाब अभिनेता थे,उनके द्वारा निभाये गए लगभग सभी किरदार यादगार थे,उन्हें नमन।
सलीम शेरवानी पत्रकार खेरागढ़ ने बताया कि जब फ़िल्म में टाइटल्स शुरू होते थे तो सबसे पहले फ़िल्म बैनर के बाद स्टेरिंग अशोक कुमार से शुरुआत होती और तमाम छोटे बड़े एक्टर एक्ट्रेस के नाम के बाद सबसे आखिर में लिखा हुआ आता एंड प्राण।वो सही ही लिखते थे सबसे आखिर में प्राण साहब का नाम क्योंकि उसके बाद तो कोई और आ ही नही सकता। वो है ही अद्वितीय उनके जैसे कोई दूसरा है ही नही। प्राण साहब जैसा दूसरा कोई और आया भी नही। उनकी तर्ज पर कई ऐक्टर्स आये पर प्राण साहब प्राण ही बने रहे फिल्मो के कई लोगो ने एक बड़ा दिलचस्प सर्वे भी किया प्राण साहब पर 1960 से लेकर 1970 तक के दशक में कि कितने भारतीय परिवारो ने उस समय अपने बच्चो का नाम प्राण रखा है। सर्वे में नगण्य संख्या ही प्राप्त हुई।
कारण ? कारण उनके द्वारा निभाये गए खलनायकी भरे रोल जो इतने असरदार थे कि लोग उन्हें किसी राक्षस से कम नही समझते थे। और कौन नाम रखे राक्षस जैसे व्यक्ति प्राण के नाम पर बहुत कम रेयर ही कोई कोई नाम होगा प्राण साहब के नाम पर, किसी व्यक्ति का राजू राजेन्द्र धर्मेंद्र नाम बहुतो ने रखा। उस दशक के हीरोज के नामो पर लेकिन प्राण नही।
श्री शेरवानी ने आगे बताया कि ये प्राण साहब की एक्टिंग का कमाल रहा कि लोग उन्हें निजी जिंदगी में भी इतना बुरा समझते। जितना पर्दे पर कइयो को एक ज़िंदगी भी पूरी नसीब नही होती पर प्राण साहब ने एक ही ज़िंदगी मे दो - दो जिंदगियां सफलता पूर्वक जी ली। फ़िल्म उपकार, शहीद के बाद उन्होंने खलनायकी का चोला जो उतारा तो लोग उनके दूसरे रूप को भी उतना ही पसंद करने लगे। जितना खलनायकी को, प्राण साहब ने दूसरी इनिंग भी शानदार खेली। दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित प्राण साहब आज के दिन जन्म लिए और करीब 40 साल तक हमारा मनोरंजन करते रहे। आप सब उनको जन्मदिवस की शुभकामनाएं दीजिये और नयी पीढ़ी के लोग उनकी फिल्मो के अंशो को यु ट्यूब पर ज़रूर देखे। आपको प्राण साहब की प्रतिभा का अंदाज़ा हो जाएगा कि हिंदुस्तान में कैसे - कैसे एक्टर्स हुए है। Happy Birthday Pran sahab We Love You