युक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर गम्भीर नहीं है भारत सरकार-रामजीलाल सुमन
जनपद आगरा:-यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध चल रहा है। इस युद्ध में यूक्रेन के साथ-साथ वहां रहने वाले दूसरे देशों के नागरिक भी तकलीफों का सामना कर रहे हैं, जिनमें भारतीय छात्र भी शामिल हैं।
यूक्रेन पर रूस के हमले के दौरान एक भारतीय नागरिक की मौत हो गई है। इस तरह से रूस के हमले ने भारत को भी जख्म दे दिया है। यूक्रेन युद्ध में पहले भारतीय नागरिक के मारे जाने की पुष्टि हुई है। मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्र का नाम नवीन कुमार है और वह कर्नाटक के रहने वाले थे।
इसी को लेकर आज आगरा में समाजवादियों ने शहीद स्मारक संजय प्लेस पर पहुंचकर छात्र की मौत का दुख जताया और 2 मिनट का मौन धारण कर मृतक छात्र को श्रद्धांजलि अर्पित की और युद्ध विराम के लिए भारत करे सार्थक पहल की अपील भी की ।
सपा के राष्ट्रीय महासचिव पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजीलाल सुमन ने कहा कि असल और बुनियादी सवाल है कि देश चाहे कितना भी छोटा क्यों न हो उसके जो मानवीय अधिकार हैं उनका नरसंहार नहीं होना चाहिए ,सबसे दुखद बात यह कि यूक्रेन में हमारे देश के 20 ,22 हजार छात्र फसे हुए हैं ,अमेरिका ने पहले ही चेता दिया था कि यूक्रेन पर किसी भी क्षण हमला हो सकता है अगर उसी समय भारत सरकार ने सावधानी बरती होती तो आज यह दुखद दिन नहीं होता , यूक्रेन में जो हमारी एमएसी है वह बन्द है,वहां जो छात्र हैं उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है ,खाने का अभाव है ,भारत सरकार को इस घटना को लेकर गंभीर होना चाहिए जो कि गम्भीर नहीं है ,भारत के प्रधानमंत्री को उत्तर प्रदेश का चुनाव महत्वपूर्ण है वह चुनाव में मस्त हैं ।
मेरी सरकार से अपील है कि इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भारतीय छात्रों को जल्द से जल्द भारत लाने की पहल करे ।