आगरा कॉलेज में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां "आशाएं-2023" का दूसरा दिन - समाचार RIGHT

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मंगलवार, 17 जनवरी 2023

आगरा कॉलेज में सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां "आशाएं-2023" का दूसरा दिन

आगरा कॉलेज में  सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां "आशाएं-2023" का दूसरा दिन

संगीत एक साधन है-प्रो जीसी सक्सेना

संगीत प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने सुर व ताल की गंगा बहाई 

आगरा कॉलेज में  सांस्कृतिक एवं साहित्यिक गतिविधियां "आशाएं-2023" में दूसरे दिन शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, तबला, सितार वादन, काव्य पाठ, क्ले मॉडलिंग, कोलाज व कार्टून प्रतियोगिताओं का आयोजन

साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समारोह समिति के तत्वाधान में आयोजित आगरा कॉलेज, आगरा के वार्षिक समारोह आशाएं-2023 में आज दिनांक 17 जनवरी को गंगाधर शास्त्री भवन में दूसरे दिन शास्त्रीय नृत्य, शास्त्रीय गायन, तबला, सितार वादन, काव्य पाठ, क्ले मॉडलिंग, कोलाज, कार्टून  आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 

आज के कार्यक्रम का शुभारंभ डा बीआर आंबेडकर विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो जीसी सक्सेना, आरबीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो विजय श्रीवास्तव एवं आगरा कॉलेज प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर किया। 

इस अवसर पर उपस्थित छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए पूर्व कुलपति प्रो जीसी सक्सेना ने कहा कि संगीत एक साधना है। इसमें पारंगत होने के लिए अनेकानेक अभ्यास की आवश्यकता होती है। सर्वाधिक कठिन नृत्य भगवान श्री कृष्ण ने किया था, जब उन्होंने यमुना नदी कालिया नाग के ऊपर खड़े होकर नृत्य किया था। उन्होंने जीवन में अच्छे मित्र बनाने के तरीके भी बताए।

विशिष्ट अतिथि आरबीएस कॉलेज के प्राचार्य प्रो विजय श्रीवास्तव ने कहा कि आगरा कॉलेज में प्रति वर्ष विविध विधाओं की प्रतियोगिताएं वृहद स्तर पर आयोजित की जाती हैं। इस प्रकार की पाठ्य सहगमी गतिविधियों से विद्यार्थियों के व्यक्तित्व का बहुमुखी विकास होता है।

प्राचार्य प्रो अनुराग शुक्ला ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। साहित्यिक एवं सांस्कृतिक समारोह समिति की प्रभारी डॉ क्षमा चतुर्वेदी ने अतिथियों का स्वागत, कार्यक्रम का संचालन संगीत विभाग की डॉ आंश्वना सक्सेना ने तथा परिचय प्रो कल्पना चतुर्वेदी ने किया। 
 
आज आयोजित प्रतियोगिताओं में शास्त्रीय गायन में राग दरबारी, आकार में तानें, लड़ंत की तानें, सरगम की तान तिहाइयाँ, अहीर भैरव जैसे राग प्रस्तुत किये गए। 

तबला वादन प्रतियोगिता में तीन ताल में कायदे, टुकड़े, पल्ले बजाए, झपताल बजाए तथा अनेकों पल्टे बजाए।

सितार वादन में प्रतियोगियों ने राग यमन, राग पूरिया, राग दरबारी में गतें प्रस्तुत कीं।

भाषण प्रतियोगिता में वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि देश के विकास के लिए शहरीकरण अत्यंत आवश्यक है किंतु अंधाधुंध विकास  के नाम पर गांव की हरियाली को भी नष्ट नही कर सकते।
  
 आज आयोजित प्रतियोगिताओं का परिणाम इस प्रकार है-
शास्त्रीय गायन प्रतियोगिता 
  प्रथम- अंशु थापा
 द्वितीय- लवेश
 तृतीय- गरिमा

शास्त्रीय नृत्य प्रतियोगिता 
  प्रथम- उर्वशी शर्मा
 द्वितीय- अंकिता शर्मा 
 तृतीय- शाइन

तबला वादन प्रतियोगिता 
 प्रथम- ललित किशोर
 द्वितीय- पम्मी शर्मा
 तृतीय- गौरव माहौर

सितार वादन प्रतियोगिता 
 प्रथम-  हिमांशी
 द्वितीय-  गीता
 तृतीय-  कविता
    
काव्य पाठ प्रतियोगिता 
विषय*  प्रकृति, सौंदर्य
 प्रथम-  प्रतिज्ञा शर्मा
 द्वितीय-  पल्लवी शर्मा
 तृतीय-  मनेन्द्र कुमार

भाषण प्रतियोगिता
विषय* शहरीकरण के सकारात्मक एवं नकारात्मक पहलू 
 प्रथम-  इला शर्मा
 द्वितीय-  मान्या दक्ष
 तृतीय-  परी शर्मा

निबंध प्रतियोगिता हिंदी
विषय* भारत की विदेश नीति में G 20 का महत्व
 प्रथम-  मोनिका गोस्वामी
 द्वितीय-  आकांक्षा गुप्ता
 तृतीय- आसमा
 
निबंध प्रतियोगिता अंग्रेजी
 प्रथम-  ऐश्वर्या राजे चौहान
 द्वितीय-  तृप्ति रावत
 तृतीय-  मौसम कुमार

क्ले मॉडलिंग प्रतियोगिता 
 प्रथम-  आरती
 द्वितीय-  ध्रुव
 तृतीय-  कृष्णा

कोलाज प्रतियोगिता 
 प्रथम-  भारती
 द्वितीय-  अर्चना
 तृतीय-  ललित

कार्टून प्रतियोगिता 
 प्रथम-  भारती
 द्वितीय-  अर्चना
 तृतीय-  इशिता शर्मा

प्रतियोगिताओं के निर्णायक मंडल में
प्रो शोभी माथुर, प्रो मीरा अग्रवाल, प्रो रीता देव, डा मनोज कुमार, प्रो रेखा कक्कड़, डा गणेश कुशवाह, प्रो शशि सिंह, प्रो सुनीता द्विवेदी, प्रो कमलेश शर्मा, प्रो आशीष , प्रो महादेव सिंह, प्रो सीमा ने निर्णय सुनाया।

विभिन्न प्रतियोगिताओं का संचालन प्रो शेफाली चतुर्वेदी,  डा अल्पना ओझा, डा आशीष तेजस्वी, प्रो अमिता सरकार ने संयुक्त रूप से किया।

इस अवसर पर प्रो इंदू जोशी, प्रो मीना कुमारी, प्रो शादां जाफरी, प्रो नीरा शर्मा, डॉ संध्या मान, गौरव प्रकाश, डॉ सोनल, प्रो केपी तिवारी,  प्रो रीता निगम, प्रो रचना सिंह, डॉ आनंद पांडे, डॉ निधि शर्मा, डा दिनेश मौर्य, डा काजल शर्मा, डा नागेंद्र, जितेंद्र शर्मा, राजीव सिंह आदि उपस्थित रहे।

अतिरिक्त मुख्य प्रानूशासक प्रो संध्या यादव व डा चंद्रवीर सिंह के नेतृत्व में डा उमेश शुक्ला, डा अनुराधा नेगी, डा शैलेंद्र सिंह, डा केशव सिंह आदि ने अनुशासन की  व्यवस्थाएं देखीं।

तबले पर राधेलाल, पूनम दीक्षित, हारमोनियम पर मुरली मनोहर तिवारी ने कलाकारों को संगत दी।

मीडिया समन्वयक प्रो अमित अग्रवाल के अनुसार दिनांक 18 जनवरी 2023 को सुगम गायन, लोक गायन, पाश्चात्य गायन, फोटोग्राफी, मेहंदी, इंस्टालेशन, क्विज, वाद-विवाद प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाएंगी।
वाद-विवाद प्रतियोगिता का विषय है "निजीकरण देश के लिए लाभदायक है।"

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