आगरा में गोशाला में चार गोवंश की मौत पर पशुओं का इलाज और देखरेख करने वाली संस्था एसपीसीए के अधिकारी सहित चार अरेस्ट। - समाचार RIGHT

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मंगलवार, 12 नवंबर 2024

आगरा में गोशाला में चार गोवंश की मौत पर पशुओं का इलाज और देखरेख करने वाली संस्था एसपीसीए के अधिकारी सहित चार अरेस्ट।

आगरा में गोशाला में चार गोवंश की मौत पर पशुओं का इलाज और देखरेख करने वाली संस्था एसपीसीए के अधिकारी सहित चार अरेस्ट। आगरा के दयालबाग में सोसाइट फार द प्रिवेंशन आफ क्रूएल्टी टू एनिमल्स (एसपीसीए) गोशाला का वीडियो वायरल हुआ था, इस वीडियो में गोशाला में गोवंश म्रत पड़े हुए थे। 7 नवंबर को ट्रक की चपेट में घायल और बीमार सहित 16 गोवंश को लेकर नगर निगम की टीम गोशाला पहुंची थी, संस्था के सचिव और कर्मचारियों ने गोवंश को गोशाला में लेने से मना कर दिया था, इससे चार गोवंश की मौत हो गई थी।इसके बाद रविवार को डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी, पुलिस आयुक्त जे. रविंद्र गौड और नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने गोशाला का निरीक्षण किया। गोशाला में 70 गोवंश रहती हैं, पिछले दिनों एक ट्रक ने गोवंश में टक्कर मार दी थी, घायलों को गोशाला में भर्ती कराया गया। इसमें से चार की मौत हो गई, इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश था। एसपीसीए संस्था पर मुकदमा, नगर निगम का एसपीसीए से गोवंश और अन्य बीमार और दुर्घटना में घायल पशुओं का इलाज कराने के लिए अनुबंध है। नगर निगम के पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह ने बताया कि थाना न्यू आगरा में एसपीसीए संस्था के सपीसीए के सचिव धीरेंद्र शर्मा और कर्मचारियों पर खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, इसमें आरोप लगाए हैं कि संस्था की लापरवाही के कारण गोवंश की मौत हुई है। चार अरेस्ट आगरा पुलिस ने गोवंश का उपचार करने के नाम पर नगर निगम आगरा से जमीन अनुबंध पर लेने वाली एसपीसीए संस्था ने बीमार गौवंश का रखरखाव न करने और इलाज के अभाव में गौवंश की मृत्यु होने एवं ईलाज में लापरवाही बरतने वाले 04 अभियुक्तों को थाना न्यू आगरा पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। गोशालाओं में लगेंगे सीसीटीवी गोशाला की समीक्षा करते हुए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि गौशालाओं में घायल,बीमार गौवंश तथा वृद्ध गौवंशों को भूमि पर न रखा जाए, उनके लिए मैट की व्यवस्था की जाए और उनकी उचित तरीके से देख-भाल की जाए, किसी भी हालत में घायल/बीमार गौवंश तथा वृद्ध गौवंशों को एक गौशाला से दूसरी गौशाला में स्थानान्तरित न किया जाए साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी गौवंश की मृत्यु होने पर उसे ससम्मान दफनाया जाए, जिसकी गहराई कम से कम 08 फीट रखी जाए और मृत गौवंशों को ले जाने के लिए एक कवर्ड वाहन निर्धारित किया जाए। इसके अलावा उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि गौशालाओं में गौवंशों के सापेक्ष किये जाने वाला भुगतान समय से किया जाए, जिससे गौशाला संचालकों को गौवंशों हेतु खान-पान आदि रखने में सुगमता हो सके। उक्त के सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि सितम्बर माह का भुगतान किया जा चुका है तथा इस माह के लिए उपयोगिता प्रमाण पत्र प्राप्त किये जा रहे हैं, जिससे उनका समय से भुगतान किया जा सकेगा।

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