आगरा में नए साल का जश्न : 35 करोड़ की शराब की खपत, प्रशासन रहा सतर्क
आगरा में नए साल और क्रिसमस के जश्न ने पूरे शहर को उल्लास के माहौल में डुबो दिया। ताज नगरी और यहां आने वाले पर्यटकों ने जमकर पार्टी की और शराब का लुत्फ उठाया। उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, 25 से 31 दिसंबर तक के सात दिनों में शहर में लगभग 35 करोड़ रुपये की शराब की खपत हुई।
आबकारी विभाग और पुलिस की सतर्कता
उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग ने इस दौरान शराब की अवैध बिक्री और बाहरी राज्यों से शराब की तस्करी को रोकने के लिए विशेष इंतजाम किए थे। संयुक्त आयुक्त श्याम प्रकाश चौधरी ने बताया कि जिले में चेक पोस्ट पर प्रवर्तन टीम और स्थानीय अधिकारियों को तैनात किया गया था। इसके साथ ही, सभी सरकारी शराब की दुकानों पर सख्त निगरानी रखी गई, ताकि किसी भी तरह की जालसाजी या गड़बड़ी न हो सके। पुलिस प्रशासन ने भी नए साल के जश्न को सुरक्षित बनाने के लिए कमर कस ली थी। होटल, रेस्टोरेंट और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस बल तैनात रहा। इसी सतर्कता के चलते शहर में किसी भी प्रकार की अनहोनी नहीं हुई।
40 अस्थायी लाइसेंस जारी
आबकारी विभाग ने बताया कि नए साल के दौरान 40 से अधिक अस्थायी लाइसेंस जारी किए गए, जिससे शराब की वैध बिक्री सुनिश्चित की जा सके। जिला आबकारी अधिकारी और निरीक्षकों की टीमों ने लगातार जांच कर दुकानों पर किसी भी अनियमितता को रोकने का प्रयास किया।
शराब की खपत और राजस्व में वृद्धि
आंकड़ों के अनुसार, आगरा में क्रिसमस और नए साल के दौरान शराब की खपत ने 35 करोड़ का आंकड़ा छू लिया। इन आंकड़ों से न केवल शहर में शराब की बढ़ती खपत का पता चलता है, बल्कि यह भी कि सरकार को इससे भारी राजस्व प्राप्त हो रहा है।
शहर में जश्न और जिम्मेदारी का संतुलन