बर्डफ्लू की रोकथाम हेतु शासन द्वारा गठित आर०आर०टी० (टास्क फोर्स) की कार्यशाला का जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुआ आयोजन। - समाचार RIGHT

BREAKING NEWS

गुरुवार, 9 जनवरी 2025

बर्डफ्लू की रोकथाम हेतु शासन द्वारा गठित आर०आर०टी० (टास्क फोर्स) की कार्यशाला का जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुआ आयोजन।

बर्डफ्लू की रोकथाम हेतु शासन द्वारा गठित आर०आर०टी० (टास्क फोर्स) की कार्यशाला का जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुआ आयोजन।

आर०आर०टी० (टास्क फोर्स) की कार्यशाला में विस्तार से पी०पी०टी० के माध्यम से बर्ड फ्लू बीमारी के संकेत और लक्षण एवं बीमारी की रोकथाम हेतु क्या करें क्या न करें एंव विभागवार जिम्मेदारी से कराया गया अवगत।

 आगरा में पक्षियों में फैलने वाली बीमारी बर्डफ्लू की रोकथाम हेतु शासन द्वारा गठित आर०आर०टी० (टास्क फोर्स) की कार्यशाला का आयोजन जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार, में किया गया। 
डा० प्रियंका शुक्ला, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी (पशुधन विकास) द्वारा कार्यशाला में विस्तार से पी०पी०टी० एंव वीडियों के माध्यम से बर्ड फ्लू बीमारी के संकेत और लक्षण एवं बीमारी की रोकथाम हेतु क्या करें क्या न करें एंव विभागवार जिम्मेदारी से अवगत कराया गया।
कार्यशाला में बीमारी के लक्षण की जानकरी देते हुए बताया गया कि खाँसी, गला खराब होना, मांसपेशियों में दर्द और थकान, श्वसन, सिरदर्द, बहती नाक, नम आँखें, मितली और उल्टी, सांस लेने में दिक्क्त, निमोनिया और एक्यूट श्वसन संकट सिंड्रोम के लक्षण पीडित व्यक्ति में दिखाई देते है। बचाव की जानकरी देते हुए बताया गया कि पालतू मुर्गियों को जंगली मुर्गियों से दूर रखें, प्रवेश द्वार पर हमेशा डिस्इन्फेक्टैन्ट होना, फार्म में काम करने वाले व्यक्तियों की साफ-सफाई, नये स्टाक का 21 दिन का क्वारेन्टाईन, अनचाहे लोगो का आवागमन पर रोक, मृत या बीमार पक्षी को न छुए, पोल्ट्री वर्कर एप्रन अनिवार्य रूप से पहने, सोडियम डोडीसाईल सल्फेट या अमोनिया रखने वाले डिसइन्फेक्टेन्ट का प्रयोग करना चाहिये।
कार्यशाला में क्या करें की जानकरी देते हुए बताया गया कि मृत पक्षी की सूचना तत्काल जिला स्तरीय कंट्रोल रूम को दे, कुक्कुट या कुक्कुट उत्पाद को अच्छे से पका कर खायें, कुक्कुट पक्षियों के पालने के स्थान/फार्म के आस-पास जैव सुरक्षा, साफ-सफाई, डिस्इन्फेक्शन करें, एन्टीसैफ्टिक लोशन से हाथ अच्छे से धोयें, संक्रमित होने पर चिकित्सक की सलाह पर दवा खायें। क्या न करें की जानकरी देते हुए बताया गया कि मृत पक्षी को छुए नही, अफवाहों पर ध्यान न दें, जिन क्षेत्रों में बर्ड फ्लू की सूचना प्राप्त हो उसके आस-पास भ्रमण न करें, संक्रमित पक्षियों के सीधी संपर्क में आने से बचें तथा हाथों से दाना आदि न खिलाएं, कुक्कुट या अन्य पक्षियों को खुले वाहनों में परिवहन न करें।
कार्यशाला में बताया गया कि शासन द्वारा गृह/पुलिस विभाग को प्रदेश की सीमा में जीवित पक्षियों के आयात पर प्रतिबन्ध, मुर्गियों/अन्य पक्षियों तथा अण्डों का परिवहन (ट्रांस्पोटेशन) खुले वाहनों से न किया जाय, बर्ड फ्लू प्रभावित क्षेत्रों से आने वाले कुक्कुट एवं कुक्कुट उत्पादों के प्रवेश पर कड़ी निगरानी एवं सतर्कता की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा वन विभाग को सभी सेन्चुरी/वन्य जीव अभ्यारणों में नियमित सेनेटाइजेशन, बर्ड सेन्चुरी, वाटर बॉडीज तथा ऐसे पार्कों, जहाँ प्रवासी पक्षी/जंगली पक्षियों का आवागमन हो उन जगहों पर बायों सिक्योरिटी नियम अपनाये जाने तथा पंचायती राज विभाग को प्रभावित क्षेत्रों में साफ-सफाई का कार्य, पोल्ट्री फार्मो के मालिकों को समुचित दिशा-निर्देश देकर साफ-सफाई की व्यवस्था, कुक्क्ट एवं कुक्कुट उत्पादों के थोक तथा फुटकर बाजारों में भी साफ-सफाई की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गइ है।
उक्त कार्यशाला मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती प्रतिभा सिंह, प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानकीय आदर्श कुमार, जिला विकास अधिकारी राकेश रंजन, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी  डी0 के0 पाण्डेय सहित समस्त खण्ड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी एवं सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण द्वारा प्रतिभाग किया गया।
---------------------

video

Pages