आगरा के रिंग रोड पर कड़ाके की ठंड में धरने पर बैठे हैं किसान. पूस की रात और असहनीय ठंड भी नहीं तोड़ रहा इनका हौसला…
आगरा के रिंग रोड पर जमीन वापसी के लिए किसान धरने पर बैठे हैं. पूस की रात है और घना कोहरा के साथ कड़कड़ाती ठंड है लेकिन किसानों का हौसला तगड़ा है. इनर रिंग रोड की खाली एक लाइन पर आवाजाही करते वाहन फौग लाइट की रौशनी में भी ठीक से नहीं दौड़ पा रहे। चहुंओर घने कोहरे की सफेद चादर तनी दिखाई दे रही है. ऐसे में अलाव की आग धरतीपुत्रों की जान बचाने का काम कर रही है। टेंट में अंधेरा है और महिलाएं कुछ कंबल और रजाइयां ओढ़ कर सो गई हैं. दिन में धरना-प्रदर्शन के दौरान पंडाल में आगंतुक नेताओं की भीड़ के बैठने के काम आने वाली मैटी और गद्दे ऊंघते आंदोलनकारी किसानों का बिस्तर बने हुए हैं। रात के जगइयां कीर्तन मंडली के साथ स्वयं का मनोरंजन कर रहे हैं. वहीं नजदीक में जलते अलाव से उठता धुआं मानो कोहरे संग गलबहियां डाल अठखेलियां करता दिखाई दिया. दिन में ठंड से तबीयत बिगड़ने के बावजूद किसान हाकिम सिंह, मिथलेश देवी और प्रेमवती देवी घर नहीं गई हैं