आगरा में HMPV वायरस को लेकर एडवाइजरी. एसएन में होगी जांच की व्यवस्था. - समाचार RIGHT

BREAKING NEWS

मंगलवार, 7 जनवरी 2025

आगरा में HMPV वायरस को लेकर एडवाइजरी. एसएन में होगी जांच की व्यवस्था.

आगरा में HMPV वायरस को लेकर एडवाइजरी. एसएन में होगी जांच की व्यवस्था. कर्नाटक में दो और गुजरात में एक बच्चा संक्रमित मिला…वायरस से इनको सबसे ज्यादा खतरा


चीन से फैला HMPV वायरस भारत में पहुंच चुका है. कर्नाटक में दो और गुजरात में एक बच्चा इस वायरस से संक्रमित मिला है. तीन केस मिलने के बाद से अलर्ट जारी कर दिया गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने कर्नटक में तीन महीने की बच्ची और आठ महीने के बच्चे में संक्रमण पाया गया है. वहीं गुजरात में भी देा महीने के बच्चे में ये संक्रमण​ मिला है.

आगरा में अलर्ट
आगरा में भी स्वास्थ्य विभाग ने इसको लेकर एडवाइजरी जारी कर दिया है. मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि HMPV वायरस से बचाव के लिए एसएन में जांच की व्यवस्था की जाएगी.

जानिए क्या है HMPV
हृयूमन मोटान्यूमोवायरस, जिसे HMPV के छोटे नाम से भी जानाजाता है, इंसानों की श्वसन प्रक्रिया पर प्रभाव डालने वाला वायरस है. श्वसन संबंधी अन्य वायरस की तरह यह भी संक्रमित लोगों के खांसने—छींकने के दौरान उनके करीब रहने से फैलता है.इस वायरस की वजह से लोगों को सर्दी, खाुसी, बुखार, कफ की शिकायत हो सकती है. ज्यादा गंभीर मामलों में गला और श्वांस नली के जाम होनेसे लोगों के मुंह से सीटी जैसी खरखराहट भी सुनी जा सकती है. कुछ और गंभीर स्थिति में इस वायरस की वजह से लोगों को ब्रोंकियोलाइटिस यानी फेफड़ों में आक्सीजन ले जाने वाली नली में सूजन और निमोनिया की स्थिति पैदा कर सता है. इसके चलते संक्रमितों को अस्प्ताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ सकती है.सामान्य मामलों में इस वायरस का असर तीन से पांच दिन तक रहता है


इन लोगों को सबसे ज्यादा खतरा
डॉक्टरों के अनुसार इस वायरस से सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों को है. यह वायरस बच्चों को ब्रोंकियोलाइटिस यानी फेफड़ों में आक्सीजन ले जाने वाली नली में सूजन और निमोनिया जैसी गंभीर स्थितियों का कारण बन सकता है. इसके अलावा HMPV वायरस से बुजुर्गों ओर कमजोर इम्युनिटी सिस्टम वाले व्यक्तियों पर असर हो सकता है.

video

Pages