वो मेरी ही बेटी है—मां कहती रही लेकिन जीआरपी ने नहीं सुनी. बच्चा चोरी के आरोप में 15 महीने जेल में रही मां, अब डीएनए मैच हुआ तो बेटी उसी की निकली….शॉकिंग मामला
वो मेरी ही बेटी है, वो मेरी ही बेटी है….एक मां चिल्लाते—चिल्लाते रह गई लेकिन जीआरपी ने उसकी एक नहीं सुनी और बच्चा चोरी के आरोप में महिला को जेल भेज दिया. 15 महीने तक महिला जिला जेल में रही, अब जब बच्ची और उसकी मां का डीएनए एक ही निकला तो बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया. मां जब अपनी बेटी से मिली तो खुशी के मारे उसकी आंखों से आंसू बहने लगे. बेटी को गले लगाकर रोने लगी.
जानिए क्या है मामला
मथुरा जंक्शन से 7 जनवरी 2023 को एक ढाई साल की बच्ची के चोरी होने का मामला जीआरपी के पास आया था. जीआरपी ने अक्टूबर 2023 में पांच लोगों को पकड़ा. इनके एक महिला हिना चौहान भी थी जिसके पास से पुलिस ने एक बच्ची को बरामद किया. बताया गया कि हिना के पास जो बच्ची है वो वही बच्ची है जो कि 7 जनवरी 2023 को जंक्शन से चोरी हो गई थी. बच्ची के बरामद होने के बाद पुलिस ने चोरी हुई बच्ची की मां फूलवती को बुलाया, यहां फूलवती ने उस बच्ची को अपना बता दिया. इधर हिना चौहान बार—बार जीआरपी से कहती रही कि ये बच्ची उसकी है, लेकिन जीआरपी ने नहीं सुनी और हिना चौहान सहित उसके साथ पकड़े गए लोगों को बच्चा चोरी के आरोप में जेल भेज दिया. फूलवती और हिना चौहान द्वारा बच्ची के ऊपर दावा करने पर बाल कल्याण समिति ने बच्ची को राजकीय शिशु सदन भेज दिया.
हिना के पति ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को भेजा पत्र
इसी बीच जेल में बंद हिना चौहान के पति राजा चौहान ने बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष को व्हाट्सअप पर एक पत्र भेजा और बेटी को खुद को बताने का दावा किया. इसके बाद बाल कल्याण समिति ने हिना और बच्ची का डीएनए कराने की संस्तुति की. बाल कल्याण समिति की संस्तुति पर डीएनए की रिपोर्ट नवंबर 2024 को जीआरपी को मिल गई थी लेकिन यह रिपोर्ट बाल कल्याण मिति के समक्ष नहीं पेश की. डीएनए रिपोर्ट के लिए जब बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष के कड़ाई से कहा तो दो महीने 24 दिन बाद 24 जनवरी को दी.
मैच कर गया मां—बेटी का डीएनए
24 जनवरी को पुलिस ने जो डीएनए रिपोर्ट दी उसमें बच्ची और हिना का डीएनए मैच कर गया. डीएनए रिपेार्ट मिलने के बाद शिशु सदन में रह रही मासूम को 15 महीने से जेल में बंद मां के पास भेजने की प्रक्रिया शुरू की गई और इसके लिए बाल कल्याण समिति ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को पत्र लिखा.
मां और बेटी का हुआ मिलन
इधर 15 महीने से बेटी को पाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ रही जिला जेल में बंद मां हिना चौहान को पता चला कि उसकी बेटी उसे सौंपी जाएगी तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा. वह पल—पल उससे मिलने के लिए तड़पती रही. गुरुवार को जब बेटी को लेकर चाइल्ड लाइन के सदस्य जिला जेल पहुंचे तो हिना खुशी से झूम उठी और बेटी को गले लगाकर रो पड़ी. बच्ची को मां के सुपुर्द कर दिया गया है.
मां की भी होगी रिहाई
बच्ची के अपहरण के आरोप में जेल मेें बंद आरोपियों का केस विधिक सेवा प्राधिकरण के आदेश पर असिस्टेंट लीगल डिफेंस काउंसिल लड़ रहा है. पांच आरोपियों में से एक काजल को हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी. इधर डीएनए रिपोर्ट मिलने के बाद अब असिस्टेंट लीगल डिफेंस काउंसिल जेल में बंद चारों आरोपियों की रिहाई के प्रयास कर रहा है, जिसमें हिना भी है