मुरैना/आगरा। 15 अक्टूबर को दिनदहाड़े मुरैना के मावा व्यापारी नवल किशोर गुप्ता के घर में हुई 25 लाख की डकैती का पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। जांच में सामने आया कि इस पूरी वारदात के पीछे आगरा से जुड़े एक संगठित गिरोह का हाथ था। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें मुख्य सूत्रधार अजय सविता (निवासी उदयपुर खालसा, आगरा) है, जबकि तीन आरोपी अभी भी फरार हैं।
मुरैना के स्टेशन रोड थाना क्षेत्र के मुडियाखेड़ा बाईपास पर व्यापारी के घर छह से अधिक बदमाश घुस गये थे। उन्होंने व्यापारी की पत्नी और बेटी को गन प्वाइंट पर पकड़कर 12.50 लाख रुपये नकद, 10 तोला सोना और डेढ़ किलो चांदी लूट ली थी। इस वारदात ने पूरे जिले में दहशत फैला दी थी।
मुरैना के एडिशनल एसपी सुरेंद्रपाल सिंह डावर और सीएसपी दीपाली चंदौरिया के नेतृत्व में गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल सर्विलांस और मुखबिरों की सूचना के आधार पर लगातार तीन दिन की मेहनत के बाद आगरा, शमसाबाद और राजस्थान के राजाखेड़ा से आरोपियों को दबोच लिया। आईजी चंबल रेंज ने गिरोह के सभी आरोपियों पर 30-30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
पूरी वारदात का मास्टरमाइंड अजय सविता निकला। पहले वह मुरैना के अंबाह रोड पर मोमोस का ठेला लगाता था। ठेले पर बैठते समय ही उसने व्यापारी के घर की रैकी की और यह जानकारी जुटाई कि घर में दिन में सिर्फ महिलाएं रहती हैं। बाद में उसने सूरत में देवा उर्फ धीरज से मिलकर डकैती की पूरी योजना बनाई।
गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 4,53,750 रुपये नकद, 5 तोला सोना, 750 ग्राम चांदी, एक कार (UP 80 KT 2895), दो 315 बोर के देसी कट्टे और चार जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।
गिरफ्तार अभियुक्तों में अजय सविता के अलावा श्रीभगवान जाटव निवासी राजाखेड़ा, कार चालक राहुल (आगरा), विजय सिंह (राजाखेड़ा), करन सिंह (दयालबाग, आगरा), वीरेश कुमार और वीरेन्द्र सिंह (शमसाबाद, आगरा)  शामिल हैं। फरार अभियुक्तों जीतू राठौर शमसाबाद, सतेन्द्र बघेल लहरपट्टी शमसाबाद,, देवा उर्फ धीरज की तलाश की जा रही है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
