लोकतंत्र सेनानी का निधन ,क्षेत्र में शोक की लहर, नहीं मिला तिरंगा - समाचार RIGHT

BREAKING NEWS

शनिवार, 9 जनवरी 2021

लोकतंत्र सेनानी का निधन ,क्षेत्र में शोक की लहर, नहीं मिला तिरंगा

                              फोटो मनोज यादव
 रिपोर्ट मनोज यादव:-

लोकतंत्र सेनानी का निधन ,क्षेत्र में शोक की लहर, नहीं मिला तिरंगा

मुसाफिरखाना अमेठी।क्षेत्र के कंजास गांव निवासी 65 वर्षीय लोकतंत्र सेनानी हूब लाल पासी के आकस्मिक निधन की सूचना पर क्षेत्र में शोक छा गया ।विभिन्न दलों के प्रतिनिधियों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों ने घर पहुंचकर शोक व्यक्त किया।

मुसाफिरखाना विकास क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पूरे बरजोर मजरे कंजास गांव निवासी हुब लाल पासी पुत्र ननकु 1975 में आपातकाल के दौरान जेल गए थे ।करीब 20 वर्ष की उम्र तत्कालीन सरकार द्वारा विपक्ष के आवाहन पर आंदोलन में शामिल होने के चलते गिरफ्तार कर लिए गए थे ।लंबे समय तक जेल में बंद रहे हुब लाल 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद जेल से छूटे ।बुधवार की शाम करीब साढ़े पांच बजे लोकतंत्र सेनानी के आकस्मिक निधन की सूचना पर एसडीएम सुनील त्रिवेदी सीओ मनोज यादव तहसीलदार श्रद्धा सिंह चौकी प्रभारी उमेश मिश्रा लोकतंत्र सेनानी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण दत्त पाठक राम मूर्ति तिवारी सपा जिलाध्यक्ष छोटेलाल यादव प्रधान बृजेश यादव सहित अन्य गणमान्य लोगों ने उनके घर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित ।गुरुवार की दोपहर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देने के बाद राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया ।



प्रशासनिक कार्यशैली पर उठे सवाल


लोकतंत्र सेनानी हुब लाल के अंतिम संस्कार के दौरान उन्हें राष्ट्रीय ध्वज न दिए जाने पर मौके पर मौजूद लोकतंत्र सेनानी राम मूर्ति तिवारी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की ।उन्होंने बताया कि स्थानीय प्रशासन द्वारा उनके शव को तिरंगे में न लपेटना गंभीर मामला है ।मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों के साथ ही शासन स्तर पर की जाएगी।इस सम्बन्ध में उपजिलाधिकारी सुनील त्रिवेदी व तहसीलदार श्रद्धा सिंह से सीयूजी नम्बर पर संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु एसडीएम नेटवर्क के बाहर रहे वहीं तहसीलदार ने फोन डिस्कनेक्ट कर दिया।

video

Pages