आगरा में पुलिस हिरासत में सफाई कर्मचारी की मौत के बाद परिजनों को दस लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा. परिवार के एक सदस्य को मिलेगी नौकरी. सपा नेताओं ने पीड़ित परिवार को बंधाया ढांढस.
सीएम ने दी सांत्वना
आगरा में पुलिस हिरासत में सफाई कर्मचारी अरुण वाल्मीकि की मौत का मामला तूल पकड़ रहा था। सफाई कर्मचारी नेता पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे और नौकरी की मांग कर रहे थे। इधर मामले में राजनीति भी तेज हो गई थी। इसके बाद मामले को यूपी सरकार ने गंभीरता से लिया था। डीएम ने शासन को घटनाक्रम से अवगत कराया था। आगरा प्रशासन के अनुसार मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने मृतक अरुण के परिवारीजनों को सांत्वना दी है। प्रदेश सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये के मुआवजे और एक सदस्य को नौकरी की घोषणा की गई है।गरमा गई सियासत
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस की प्रियंका गांधी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने टवीट कर आगरा पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए। बुधवार दोपहर तक उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पूरे मामले पर पीड़ित परिवार के साथ संवेदना व्यक्त की और उचित मुआवजे की घोषणा कर दी।
हत्या का मुकदमा दर्ज
पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए मृतक के भाई की सोनू की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। यह थाना जगदीशपुरा में अज्ञात में दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच कर दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
ये था मामला
आगरा के थाना जगदीशपुरा में 16 अक्टूबर की रात को मालखाने के ताले तोड़कर 25 लाख कैश चोरी कर लिया गया था। रविवार सुबह चोरी की जानकारी होने पर थाना प्रभारी सहित छह पुलिस कर्मी निलंबित कर दिए गए थे। चोरी करने के आरोप में पुलिस ने मंगलवार को सफाईकर्मी अरुण को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया था। इसके बाद पुलिस उससे पूछताछ कर रही थी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने उसके पास से 15 लाख रुपये बरामद किए थे।
एसएसपी ने दी जानकारी
एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि अरुण ने मालखाने से 25 लाख कैश चोरी करने की घटना स्वीकार की थी। अन्य कैश की बरामदगी के लिए पुलिस अरुण को लेकर उसके घर पहुंची। तभी उसकी तबीयत बिगड़ गई। अरुण को उनके परिजनों की मौजूदगी में पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची। वहां उसे मृत घोषित कर दिया।
सपा नेताओं ने बंधाया ढांढस
मृतक अरुण वाल्मीकि के परिजनों से समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा और महानगर उपाध्यक्ष रिजवान रईसुद्दीन कुरैशी प्रिंस ने मुलाकात की। अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। रिज़वान रईसउद्दीन कुरैशी ने कहा कि किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है। घटना निंदनीय है। पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा मिले। दोषी पुलिस वालों पर कार्रवाई हो।