आरटीओ विभाग बना दलालों का अड्डा ,बिना दलाली कोई काम नहीं - समाचार RIGHT

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सोमवार, 28 फ़रवरी 2022

आरटीओ विभाग बना दलालों का अड्डा ,बिना दलाली कोई काम नहीं

आरटीओ विभाग बना दलालों का अड्डा ,बिना दलाली कोई काम नहीं 


आगरा संवाददाता:- कहते हैं सरकारी महकमा चाहे तो दलाल दलाली नहीं कर सकता। 
   मगर आरटीओ विभाग चाहता है दलाल इस विभाग में बने रहे विभाग की मंशा  साफ दिखाई  देती है क्योंकि उनको डर सताता है अगर रिश्वतखोरी की रुपए सीधे लेंगे तो कभी भी फस सकते हैं। इसलिए आरटीओ के बाबू से लेकर अधिकारी तक के कमरों में दलालों को आते जाते वह बैठे हुए दिखा जा सकता है। इतना ही नहीं आरटीओ विभाग के अधिकारियों व बाबू ने तो प्राइवेट आदमियों को भी अपने यहां लगा रखा है जो दलालों से रुपए लेकर अधिकारियों व बाबू को पहुंचाते हैं। 

      आरटीओ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हमारे विभाग में जब से एक बाबू और एक अधिकारी जो काफी समय से यहां बने हुए हैं उनके आने के बाद  विभाग में दलालों पर पूरी तरह से अंकुश समाप्त हो गया है वही रिश्वतखोरी भी बढ़ गई है यदि हम किसी दलाल का काम करने से मना कर देते हैं तो उन्हीं बाबू या अधिकारी का फोन आ जाता है इनका काम कर दीजिए बताया तो जहां भी जाता है आरटीओ विभाग का एक बड़ा दलाल जो अधिकारियों वह बाबू को शराब से लेकर पलंग पर गरम गोश्त की व्यवस्था कराता है उसके एक इशारे पर आरटीओ  के अधिकारी से लेकर बाबू तक सब नाचते हुए नजर आते हैं पुलिस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रांसपोर्ट नगर टीपी नगर पूर्व में रहे एक चौकी प्रभारी के द्वारा इस आरटीओ के बड़े दलाल की जबरदस्त क्लास भी लगाई गई थी मगर किसी अन्य कारण के चले चौकी इंचार्ज का एक हफ्ते बाद ही ट्रांसफर हो गया था पुलिस सूत्र बताते हैं यदि वह रहते हैं तो यह बड़ा दलाल आरटीओ विभाग में दिखाई भी नहीं देता और ना ही इसको इसके आका बचा पाते। मगर एक कहावत है बकरे की अम्मा कब तक मैं मैं कर कर खैर मनायेगी कभी तो पुलिस की लाठी की धार के नीचे आएगी सबसे बड़ा सवाल यह है कि आरटीओ विभाग के अधिकारियों से लेकर बाबू तक इस बड़े दलाल को मुंह लगाए हुए और विभाग में दलालों का प्रवेश क्यों कर आए हुए हैं यह तो वही जाने मगर आरटीओ विभाग को बदनाम कराने के लिए कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं देखने वाली बात यह होगी आखिर कब तक आरटीओ विभाग में दलालों का आतंक बना  रहेगा या कोई अंकुश लगा पाएगा यह तो आने वाला समय बताएगा ।

    पत्रकार बंधु रखे आरटीओ विभाग पर नजर

आरटीओ विभाग मे बाहर से ट्रांसफर होकर आने वाले अधिकारी से लेकर बाबू के द्वारा वाहन स्वामियों के काम सीधा ना करके दलालों के पास भेज देते हैं और वाहन स्वामियों को दलालों के माध्यम से रिश्वत देने के लिए मजबूर होना पड़ता है वही आरटीओ विभाग से जुड़े  कुछ लोगों का यह भी कहना है हमारे द्वारा कुछ बड़े पत्रकारों को जो हमारे विभाग को देखते हैं हमने उन्हें अपनी गोदी में बैठा रखा है इसलिए हमारे विभाग में बहुत कुछ होते हुए भी ना वह देखते हैं ना ही लिखते हैं और यूं ही सब कुछ चलता रहेगा ।

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