उपमुख्यमंत्री से मिलने जा रहे भाकियू नेताओं को जिला प्रशासन ने रोका
एसडीएम सदर एवं एसीपी ने लिया ज्ञापन भाकियू नेताओं को उपमुख्यमंत्री तक जाने नहीं दिया गया।
1--आगरा की बाह तहसील में घडियालों के संरक्षण हेतु चंबल सेंचुरी का गठन किया गया था जिसकी सीमा अभी तक निर्धारित नहीं की गई है वन विभाग द्वारा किसानों का उत्पीड़न किया जाता है किसान अपने खेत में कोई भी काम नहीं कर सकते है अतः उस सीमा का निर्धारण होना चाहिए ,जिससे किसानों को उसकी परिधि से बाहर करके पूर्ण अधिकार मिलने चाहिए
2--आगरा के सभी ब्लॉक डार्क जोन घोषित हैं पानी की भयंकर समस्या को देखते हुए यमुना नदी के डाउनस्ट्रीम में तत्काल बैराज का निर्माण कराया जाए ,जिसकी मांग कई दशकों से लंबित चल रही है हर सरकार में जिसका शिलान्यास भी होता है लेकिन आज तक निर्माण नहीं हो पाया है वाटर लेवल अधिक गहरी होने से पानी पीने योग्य और कृषि योग्य नहीं बचा है भविष्य में संकट के बादल मंडरा रहे हैं
3--आगरा के बरौली अहीर ब्लॉक में यमुना नदी के कटान में हजारों बीघा उपजाऊ जमीन कट चुकी है उन किसानों को आर्थिक सहायता दी जाए, एवं उस कटान को रोकने की व्यवस्था की जाए
जिससे किसानों की उपजाऊ जमीन कटने से बच सके
4--आगरा के बरौली अहीर ब्लॉक में मेहरा नाहरगंज से टूंडला को जोड़ने वाला यमुना पर पुल बन गया है लेकिन साइड में यमुना कटान से मिट्टी कट जाने से चौड़ी खाई हो गई है उसको तुरंत बनवाया जाए
5--आगरा में टोरेंट पावर द्वारा किसानों के नलकूपों के बकाया बिलों पर कनेक्शन न काटने के शासनादेश के बावजूद भी टोरेंट पावर किसानों के कनेक्शन काट रही है, नलकूपों को अर्बन सीमा में दिखाकर महंगे बिल लिए जा रहे हैं इसको रोका जाए
6--आवारा पशुओं से किसान के खेत की सुरक्षा हेतु ग्राम पंचायत स्तर पर गौशालाओं का निर्माण हो एवं गौशाला में पशु चारे का अंशदान ₹30 से बढ़ाकर ₹100 किया जाए जिससे प्रति गाय को चारा उपलब्ध हो सके।
भाकियू के जिला सरंक्षक विष्णु कटारा ने कहा है कि जिला प्रशासन स्तर पर तमाम ज्ञापन देने के बाद भी किसानों की समस्याओं का हल नहीं होता है।किसानों के ज्ञापनों को जिला प्रशासन के अधिकारी रद्दी की टोकरी में डाल देते हैं।
किसानों की समस्याओं को अनदेखा किया जाता हैं।
भाकियू नेता सोमबीर यादव ने कहा है कि हमारी समस्याओं को जिला प्रशासन शासन स्तर पर नहीं पहुँचने देता है। क्योंकि जिला स्तर के अधिकारियों की गुडविल खराब होती हैं। निक्कमे सरकार की नजरों में अपनी गुडविल बनाना चाहते हैं।आज किसानों को उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्या जी मिलने जा रहें किसानों को जिला प्रशासन ने रोक दिया किसानों की आवाज को जिला प्रशासन के द्वारा दबाया जा रहा है।जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया में गलत है।अब किसान सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे।
सत्यवान तोमर ,के ऐस राणा ,डॉ हरिओम शर्मा, रामजीलाल तोमर जी ,विष्णु वर्मा, सियाराम वर्मा ,छोटू वर्मा, अमित त्यागी ,सत्यवान वर्मा ,राम लखन सिंह अन्य किसान साथी उपस्थित रहे