"आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के 24 दिवसीय प्रशिक्षण का समापन"
जनपद आगरा:- राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश लखनऊ के तत्वाधान में राजकीय शिशु प्रशिक्षण महाविद्यालय द्वारा आयोजित उदय मॉड्यूल आधारित पायलट स्टडी के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के 24 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान आगरा में हुआ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के क्षमता संवर्धन हेतु राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा 6 माह के सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम का निर्माण किया गया है जिसकी पायलट स्टडी हेतु राजकीय शिशु प्रशिक्षण महाविद्यालय ने यह प्रशिक्षण संचालित किया उदय मॉड्यूल आधारित प्रशिक्षण के समापन के अवसर पर बोलते हुए उप शिक्षा निदेशक/ प्राचार्य डायट आगरा डॉ. इन्द्र प्रकाश सिंह सोलंकी ने सभी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण समाप्ति पर प्रमाण पत्र वितरित करते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति में बच्चों की प्रवेश की आयु 3 वर्ष कर दी गई है तथा 5+3+3+ 4 शिक्षा व्यवस्था के अंतर्गत 5 वर्ष की प्री प्राइमरी एजुकेशन को स्थान दिया गया है पूर्व प्राथमिक स्तर पर खेल खेल के माध्यम से गतिविधि आधारित शिक्षण देने हेतु आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों की क्षमता संवर्धन हेतु यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस अवसर पर प्रशिक्षण प्रभारी एसबी आरती ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए उन्हें अपने केंद्रों पर इसे लागू करने का आवाहन किया। प्रशिक्षक डॉ. निशी शर्मा ने बच्चों में आधारभूत भाषा एवं सम्प्रत्यों का विकास तथा स्वास्थ्य देखभाल एवं बच्चों में पोषण पर अपना प्रशिक्षण प्रदान किया । प्रशिक्षक डॉ मनोज कुमार वार्ष्णेय ने पूर्व प्राथमिक शिक्षा के अर्थ महत्व एवं परिचय के साथ बच्चों में आधारभूत गणितीय सम्प्रत्यों के विकास पर आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षित किया। जबकि एसबी आरती ने पूर्व प्राथमिक शिक्षा के मनोवैज्ञानिक परिपेक्ष्य एवं सीखने सिखाने की विभिन्न विधियों को क्रियान्वित करने का प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. मनोज कुमार वार्ष्णेय ने किया इस अवसर पर सोहनलाल दीक्षित, पंकज शुक्ला सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।