पुलिस कमिश्नर साहब एक नजर.. यातायात मुख्य आरक्षियों के द्वारा जमकर की जा रही है अवैध वसूली - समाचार RIGHT

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रविवार, 30 अप्रैल 2023

पुलिस कमिश्नर साहब एक नजर.. यातायात मुख्य आरक्षियों के द्वारा जमकर की जा रही है अवैध वसूली

पुलिस कमिश्नर साहब एक नजर.. 

यातायात मुख्य आरक्षियों के द्वारा जमकर की जा रही है अवैध वसूली

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खंदारी वह रामबाग चौराहे पर चला मुख्य आरक्षी यों का अवैध वसूली अभियान
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आगरा  यातायात विभाग में यूं तो टीएसआई यों की कमी नहीं है उसके बावजूद भी मुख्य आरक्षी यों को यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए चौराहों पर लगाया जाता है। मगर टीएसआई ओ की तर्ज पर मुख्य आरक्षी यो के द्वारा चालान का भय दिखाकर भारी भरकम मुख्य आरक्षी यों के द्वारा जुर्माना बताकर सौदेबाजी करने में लगे रहते हैं अब तो टीएसआई ओ की तरह ही नो एंट्री में मुख्य आरक्षी यों के द्वारा ट्रकों को भी निकलवाया जा रहा है।
  मामला हाईवे के फ्लाईओवर के नीचे खंदारी चौराहे का है यहां दो  ट्रक के ड्राइवरों को नो एंट्री का हवाला देते हुए यातायात पुलिस के मुख्य आरक्षी वह होमगार्ड के द्वारा भारी भरकम 20 हजार रुपए का जुर्माना बताया गया बाद में सौदेबाजी करके मामले को निपटाया गया। यह मामला 29 अप्रैल समय 11:30 बंद बॉडी ट्रक संख्या एचआर 69 D 5176 था इसके अलावा एक अन्य ट्रक जो कैमरे की नजर से थोड़ा दूर निकल गया था इसलिए उसके नंबर खुलासा नहीं हो पाया। 
  इसी तरीके से रामबाग चौराहे पर भी मुख्य आरक्षी के द्वारा गाड़ियों को रोककर अवैध वसूली की जा रही थी उसी दौरान एक मोटरसाइकिल जिस पर गैस सिलेंडर बंधे हुए थे मोटरसाइकिल स्वामी से आधे घंटे तक सौदेबाजी चलती रही बाद में जब उनको ज्ञात हुआ की एक कैमरे की नजर हम पर बनी हुई है तुरंत ही मोटरसाइकिल सवार को दूसरे कोने की ओर ले गए जब तक कैमरामैन कवरिंग करने वाला चला नहीं गया तब तक उसको खड़ा रखा समझा जाता है बाद में उसको भी एक सूत्री कार्यक्रम के अंतर्गत निपटा दिया गया होगा। बताते चलें कुछ वर्ष पूर्व मैं रहे एसएसपी असीम अरुण ने यातायात पुलिस के आरक्षी यो को चालान करने का अधिकार दे दिया था मगर यातायात पुलिस की शिकायतें अवैध वसूली के संबंध में पहुंचने के बाद उनसे यह अधिकार छीन लिया गया। मगर जो पहले आरक्षी थे अब वह मुख्य आरक्षी हो गए हैं इसलिए उनके द्वारा वाहन स्वामियों को पहले चालान का भय दिखाकर पहले भारी-भरकम जुर्माना बताया जाता है बाद में सौदेबाजी करके अवैध वसूली के रूप में रुपए ले लिए जाते है। हालांकि चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे रहते हैं मगर कभी भी पुलिस के उच्च अधिकारी कैमरा की फुटेज निकालकर जांच नहीं करते हैं। देखने वाली बात यह होगी मौजूदा पुलिस कमिश्नर साहब कब इस ओर मामले को संज्ञान लेते हुए प्रभावशाली कार्यवाही  को अमल में लाते हैं यह तो आने वाला समय बताएगा।

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