जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई सम्पन्न।
जनपद में इंटेंसिव मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई 5.0) अभियान के अंतर्गत जनपद को पूर्ण प्रतिरक्षणयुक्त बनाने हेतु संबंधित विभागों से जुट जाने का किया आह्वान।
जननी सुरक्षा योजना में आशा को ससमय भुगतान न करने पर जताई कड़ी नाराजगी, सभी के लंबित भुगतान करने के दिए निर्देश।
जनपद में अभी तक 39 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाए जाने तथा धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी।
आगरा:- जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सर्वप्रथम जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की गयी, जिसमें विकास खण्ड खेरागढ़ में प्रसव कराने में गिरावट दर्ज की गयी। आशाओं द्वारा सहायतित कराए गए प्रसव में भी सैया व शमशाबाद तथा जिला महिला चिकित्सालय व एस0एन0 मेडिकल कालेज में भी कमी दर्ज की गई, सिजेरियन केस की समीक्षा में पाया कि खेरागढ़ व शमशाबाद में 01, 00, बाह में 06, अछनेरा में 07, एत्मादपुर में 06, जिला अस्पताल में 159 केस किए गए, सबसे खराब स्थिति शमशाबाद की रही। जिलाधिकारी महोदय ने अधिकतम प्रसव केन्द्रों पर प्रसव कराने के निर्देश दिए। जनपद में 07 अगस्त से 12 अगस्त के बीच आईएमआई 5.0 अभियान को सफल बनाने हेतु एक सप्ताह का प्रभावी अभियान चलाया जाना है, जिसमें ऐसे 0.5 वर्ष के बच्चे जो अभी तक टीकाकरण से वंचित हैं, उन्हें घर-घर जाकर चिन्हित कर टीकाकरण किया जाना है, जिलाधिकारी महोदय ने सभी सीएचसी, पीएचसी प्रभारी, एमओआईसी तथा सम्बन्धित विभागों से इस अभियान को सफल बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनपद में इंटेंसिव मिशन इंद्रधनुष (आईएमआई 5.0) अभियान के अंतर्गत जनपद को पूर्ण प्रतिरक्षणयुक्त बनाया जाना सुनिश्चित करने का आहवान किया। बैठक में जननी सुरक्षा योजना के अन्तर्गत आशा बहनों के भुगतान में सबसे कम एत्मादपुर 26 प्रतिशत, अछनेरा 34 प्रतिशत तथा सैयां 43 प्रतिशत रहे, जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और आशाओं का सम्पूर्ण भुगतान करने के कड़े निर्देश दिए। इसी क्रम में ब्लॉक बरौली अहीर, जननी सुरक्षा योजना व आशाओं का भुगतान में प्रदेश में सातवें स्थान पर रहा।
बैठक में सीजेरियन प्रसव सेवाओं की समीक्षा में पाया गया कि विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों की स्थिति संतोषजनक नहीं है, जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने निर्देशित किया कि सीजेरियन प्रसव सेवायें सीएचसी पर ही उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जनपद में माह जून में मातृ मृत्यु फतेहपुर सीकरी में 02, अकोला में 01, अछनेरा में 01, बाह में 01, खन्दौली में 01, जैतपुर कला में 01 व शमशाबाद में 01 तथा जिला महिला चिकित्सालय व एसएन मेडिकल कॉलेज में 13 मातृ मृत्यु दर्ज की गई, जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा सभी ए0एन0एम0, आशा व आशा संगिनी को ब्लाक स्तर पर गर्भवती महिलाओं का डाटा संग्रहण कर उनकी मोनिटरिंग के कड़े निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि मातृ मृत्यु के संभावित कारणों में एनिमिया से 02, पी0पी0एच0 से 02, प्री एक्लेम्सिया से 07, हार्ट फेल्योर से 03, मातृ मृत्यु दर्ज की गई, थ्रोम्बोसाइटोपेनिया तथा अन्य कारण रहे। जिलाधिकारी महोदय ने निर्देश दिए कि जनपद में एनिमियां की कमी से मातृ मृत्यु बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने गर्भवती महिलाओं को पूर्व में ही इस हेतु खान-पान सम्बन्धी जानकारी व सलाह, हीमोग्लोबिन टैबलेट व संवेदनशीलता के साथ सुपर विजन करने के निर्देश दिए।
बैठक में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की प्रगति की समीक्षा की गई, उक्त योजना में ग्रामीण स्तर पर प्रगति ठीक व शहरी क्षेत्र की प्रगति संतुष्टपूर्ण न होने पर जिलाधिकारी महोदय ने नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी बैठक में लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं की जांच में जनपद की प्रगति धीमी होने पर सभी एम0ओ0आई0सी0 को लक्ष्य के सापेक्ष कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्य चिकित्साधिकारी ने निर्देश दिए कि ऐसी आशायें जो प्राइवेट अस्पतालों में प्रसव करा रही हैं, उनको चिन्हित कर एफ0आई0आर0 दर्ज कराने तथा ऐेसे प्राइवेट अस्पताल जो डिलीवरी की सूचना नहीं दे रहे हैं, उन पर कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम की प्रगति में बताया गया कि जनपद में 13 रागियों को रोग मुक्त तथा 19 नये रोगी खोजे गये हैं। बैठक में हेल्थ वेलनेस सेन्टर्स की क्रियाशीलता की समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि कुल 298 वेलनेस सेन्टरर्स में 295 की आई0डी0 को जनरेट किया गया है तथा इन सेन्टर्स पर विद्युत कनेक्शन, पेयजल संचालक की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। बैठक में आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा में बताया गया कि माह जून में ब्लॉक बाह, फतेहपुरसीकरी, अछनेरा, खन्दौली, अकोला प्रथम स्थान पर तथा सबसे कम सैया, जगनेर व जैतपुरकला में आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं, जिस पर जिलाधिकारी महोदय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिए कि सभी की जिम्मेंदारी तय की जाये तथा आशाओं को लेकर सघन तरीके से सर्वे कर आयुष्मान कार्ड बनाने की दिन प्रतिदिन की रिपोर्ट मुख्य चिकित्साधिकारी को प्रेषित की जाये। जिलाधिकारी महोदय ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देशित किया कि सर्वाधित ग्रामीण क्षेत्रों में उक्त योजना के लाभ से ग्रामीण वंचित हैं, बहानेबाजी बर्दाश्त नहीं की जायेगी, संघन अभियान चलाकर सभी छूटे हुए लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाये। उन्होंने आगामी बैठक में प्रगति न मिलने पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी अरूण कुमार श्रीवास्तव, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा0 संजीव वर्मन, जिला समन्वयक अमृतांशु राज, डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, डब्ल्यूएचओ से महिमा, यूनिसेफ से अरविन्द शर्मा सहित सी0एच0सी0, पी0एच0सी0 प्रभारी व अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।