आगरा में 50 हजार से अधिक के बकाएदारों पर कसेगी नकेल. एक लाख से पांच लाख तक और पांच लाख से बड़े बकाएदारों की होगी कुर्की वारंट और सीलिंग की कार्रवाई
नगर निगम में नगरायुक्त ने राजस्व विभाग की पूरी टीम को मैदान में उतार दिया हैं। जीआईएस सर्वे में अपडेट संपत्तियों में 50 हजार से अधिक के बकाएदारों पर नकेल कसने के निर्देश दिए हैं। नगरायुक्त के अनुसार लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अब हर राजस्व निरीक्षक को 50 हजार से अधिक के दस बकाएदारों से वसूली करना अनिवार्य होगा। वसूली में लापरवाही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है
नगर निगम सदन के द्वारा निर्धारित सौ करोड़ के लक्ष्य को हर हाल में हासिल करने के लिए निगम के अधिकारी एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। सभी राजस्व कर्मी 50 हजार से एक लाख तक, एक लाख से पांच लाख तक और पांच लाख से बड़े बकाएदारों की अलग-अलग सूची बनाकर कुर्की वारंट और सीलिंग की कार्रवाई में लगे हुए हैं। अब जीआईएस सर्वे में अपडेट हुए पचास हजार से अधिक के बकाएदारों से वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिए गए है। सभी राजस्व निरीक्षकों को निर्देशित गया है कि वे रोजाना कम से कम दस ऐसे बकाएदारों से वसूली करें। जिन पर पचास हजार से अधिक का टैक्स बकाया है।
अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार जीआईएस सर्वे से अपडेट प्रॉपर्टी में ताजगंज, छत्ता, लोहामंडी और हरिपर्वत जोन में कुल दो हजार छह सौ छियासट संपत्तियां ऐसी पाई गई हैं। जिन पर पचास हजार या उससे अधिक की बकाएदारी है। ताजगंज जोन में छह सौ उनचास, छत्ता जोन में सात सौ सैंतीस, लोहामंडी जोन में चार सौ इकसठ और हरीपर्वत में आठ सौ उन्नीस संपत्तियों का पता चला है। इनसे वसूली के लिए हरीपर्वत जोन में पांच, ताजगंज जोन में सात, छत्ता जोन में आठ और लोहामंडी जोन में सात राजस्व निरीक्षकों को लगाया गया है।
अपर नगर आयुक्त के अनुसार टैक्स वसूली की रोजाना समीक्षा की जा रही है। सभी को वसूली के निर्धारित लक्ष्य हासिल करने की सख्त हिदायत दी गई है। नगरायुक्त राजस्व वसूली की समीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि केवल करंट बकाएदारों को मार्च तक की छूट देने के निर्देश दिए गए हैँ। पुराने बकाएदारों को किसी भी प्रकार की छूट न देते हुए नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।