आगरा। शनिवार को सपा मुखिया अखिलेश यादव राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर पहुंचे। सपा मुखिया के आने को लेकर पुलिस सतर्क रही। सांसद सुमन के आवास के आसपास घना पहरा रहा। अखिलेश यादव ने सुमन के आवास पर हुए हमले को लेकर कहा कि यह पीडीए को डराने की कोशिश की गई है। सांसद के आवास पर अचानक हमला नहीं हुआ। ये हमला साजिश के तहत हुआ है। ये एक सोची समझी चाल है।
राणा सांगा पर सपा सासंद रामजीलाल सुमन की विवादित टिप्पणी के बाद विवाद छिड़ा हुआ है। रामजीलाल ने संसद में राणा सांगा को गद्दार बताया था। उन्होंने कहा कि राणा सांगा के निमंत्रण पर बाबर हिंदुस्तान आया था। इब्राहिम लोदी को हराने के लिए राणा सांगा ने बाबर को बुलाया था। सपा सांसद के इस बयान के बाद बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। करणी सेना के द्वारा 26 मार्च को उनके आवास पर हमला भी बोला गया था। इसके बाद 12 मार्च को गढ़ी रामी में रक्त स्वाभिमान सम्मेलन आयोजित किया था।
शनिवार को उनके आवास पर पहुंचे सपा मुखिया अखिलेश यादव ने मीडिया से वार्ता करते हुए करणी सेना के प्रदर्शन पर कहा कि यह लखनऊ और दिल्ली में सत्ता में बैठे लोगों के वर्चस्व की लड़ाई थी। भोले-भाले लोगों को तलवारें पकड़ाकर आगे कर दिया गया। प्रदर्शन से यह संदेश दिया गया कि राजपूत योगी के साथ हैं। अखिलेश यादव ने करणी सेना को योगी सेना बताया। कहा, कि हिटलर लोगों की आवाज को दबाने के लिए अपनी सेना रखता था। सवाल उठाए कि इन्हें फंडिंग किसने की। योगी को कुछ नहीं आता है। आगरा से सामाजिक न्याय की लड़ाई शुरू करने की बात कही।अखिलेश यादव ने कहा कि वह रामजीलाल सुमन के साथ हैं। उन्होंने राज्यसभा में जो कहा था, वह सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया था। उसे प्रसारित किसने किया। उन्हें गोली मारने की धमकी दी जा रही है। धमकी देने वाला भोला-भाला और मजदूर है। आगरा के लोगों को हिंसात्मक राजनीति का विरोध करना चाहिए। अखिलेश ने आगरा से सामाजिक न्याय की लड़ाई का एलान किया। उन्होंने कहा कि समाजिक न्याय का राज स्थापित करने की दलितों की राजधानी से घोषणा करते हैं। आगरा सामाजिक न्याय की लड़ाई में कुरुक्षेत्र बनेगा।