आगरा। पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार के रात में थानों में अचानक निरीक्षण पर आने को लेकर विभाग में खलबली मच गई है। एक ही रात में वह आठ थानों में यह देखने पहुंच गए की रात में पुलिस कितनी चौकन्ना रहती है। पुलिस कमिश्नर को अचानक देख भगदड़ मच गई।
पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार फील्ड के अधिकारी माने जाते हैं। वह छोटी से छोटी घटना को भी गंभीरता से लेते हैं। खुद तब तक घटना की मोनिटरिंग करते हैं जब तक खुलासा ना हो जाए। ताजगंज में गुलफाम हत्याकांड मामले में भी उन्होंने आरोपियों को सलाखों के पीछे नहीं भिजवाने के बाद ही चैन लिया। आरोपियों को तो सलाखों के पीछे भिजवाया ही साम्प्रदायिक माहौल भी बिगड़ने से बचाया। पुलिस कमिश्नर चाहते हैं कमिश्नरेट में पुलिस एकदम मुस्तैद रहे। पब्लिक से अच्छा संवाद बनाकर रखे। घटना होने पर उसके खुलासे के लिए तत्पर हो जाएं। पुलिस कितनी चौकन्ना है यह देखने के लिए वह थानों में अचानक निरीक्षण पर पहुंचना भी शुरू हो गए हैं। वह अपनी आंखों से चेक कर रहे हैं कि रात के समय पुलिस कितनी मुस्तैद रहती है। एक ही रात में उन्होंने पूर्वी जोन के आठ थानों का निरीक्षण कर खलबली मचा दी। वह रात के 12:00 बजे से लेकर सुबह 3:00 बजे तक थानों के निरीक्षण पर रहे। सबसे पहले वह डौकी थाने में पहुंचे उन्हें रात में देखकर खलबली मच गई। पुलिसकर्मी इधर से उधर दौड़ने लगे। इसके बाद वह बमरौली कटारा, बसई अरेला, फतेहाबाद, जैतपुर, बाह,, चित्रहाट में भी पहुंचे।
रात में बालूगंज चौराहे पर बुलाया सभी इंस्पेक्टर को, सिकंदरा इंस्पेक्टर पहुंचे लेट
आगरा। पुलिस कमिश्नर ने शहर के सभी थाना प्रभारी को रात में 12:30 बजे के करीब यह मैसेज कराया कि वह तत्काल बालूगंज चौराहे पर पहुंचें। वह यह देखना चाहते थे कि पुलिस कितनी जल्दी पहुंचेगी। इंस्पेक्टर सिकंदरा नीरज शर्मा सबसे लेट पहुंचे। इस बात पर पुलिस कमिश्नर थोड़ा सा नाराज हुए और बोले सिकंदरा से तो यह चौराहा इतनी दूर नहीं है। हालांकि इंस्पेक्टर ने भी सफाई दी और कहा कि वह क्षेत्र में थे। पुलिस कमिश्नर ने सभी को कड़े निर्देश दिए की रात में सभी थाना प्रभारी क्षेत्र में चेकिंग पर रहेंगे।