हैवान बाप को सजा-ए- मौत
तीन मासूम बेटियों को सोते समय हथोड़े के प्रहार कर सुलाया था मौत की नींद, फिर पेट्रोल डाल कर जलाया
घटना के तीन साल बाद डकैती जज निर्भय प्रकाश ने सुनाई फांसी की सजा
ललितपुर। जिले के बानपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम वीर में दिल को झकझोर देने वाली यह तीन साल पूर्व
सुबह 4 बजे घटित हुई थी, जब ग्राम वीर में रहने वालीं अंजनी (11 वर्ष), रद्दो (7 वर्ष) एवं पुत्तो (4 वर्ष) घर के कमरे में सो रही थीं, तभी अचानक उनके पिता छिदामी उर्फ छिद्दू पुत्र घनश्याम कुशवाहा पर ऐसी हैवानियत सवार हुई जिसने समूची मानवता को तार - तार कर दिया। बेहरम पिता ने पहले बच्चियों के सिर पर सोते समय हथौड़े के घातक प्रहार किए, फिर पेट्रोल डालकर बच्चियों और कमरे में आग लगा दी। वहीं दूसरी ओर घर के कमरे से आग की लपटे उठते देख ग्रामवासी घटनास्थल की ओर दौड़े। चचेरा भाई मनोहर ग्राम चौकीदार के पुत्र पूरन खंगार पुत्र रामरतन खंगार को ले आया। ग्रामवासियों ने कमरे में जाकर देखा तो कमरे में देखा तो छिदामी की तीनों बच्चिया अंजनी, रद्दो एवं पुत्तो बुरी तरह से झुलसी हुई पड़ी थीं। ग्रामवासियों के सहयोग से कमरे में लगी आग को बुझाया गया और बच्चियों को कमरे से बाहर निकालकर 100 डायल को सूचना दी गई, जिस पर पुलिस कर्मियों ने तत्काल ऐम्बुलेन्स से बच्चियों को इलाज के लिए सीएचसी महरौनी भिजवाया, जहाँ से उन्हे जिला अस्पताल भेज दिया गया। चिकित्सकों ने तीनों लड़कियों को मृत घोषित कर दिया था। हत्यारोपी पिता को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने अदालत में चार्जशीट पेश की थी, जहाँ आज इस प्रकरण पर निर्णायक सुनवाई करते हुए जज निर्भय प्रकाश ने आरोपी को दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई, साथ ही एक लाख रुपये का अर्थदंड की लगाया गया है।