जुलूस के साथ निकाले गए ताजिये, राहगीरों और ताजियेदारों को पिलाया हुसैनी सरबत
गमे हुसैन की याद मे कलवारी गाँव मे निकाला गया विशाल जुलुस
आगरा, कलवारी:- 'मेरी खुशियों का सफर गम से शुरू होता है.. मेरा हर साल नया मुहर्रम से शुरू होता है..' मातमी माहौल और या हुसैन की सदाओं के बीच मुहर्रम पर कलवारी गाँव में जुलूस के साथ कई ताजिये निकाले गए और कर्बला में दफन के लिए ले जाये गए। इस दौरान गाँव मे जगह-जगह युवाओं ने रुक-रुक लकड़ी, बेंती बाना और तलवारबाजी, बाना फेरना आदि करतब किए। वहीं छाती पीट-पीटकर या हुसैन-या हुसैन कहते हुए जुलूस में चल रहे थे। जुलूस में छोटे बच्चों के इस तरह के करतब देखने ही लायक थे। वही जुलुस कमेटी ने ताजियेदारों और राहगीरों को शरबत, कोल्डड्रिंक, बिस्कुट आदि चीजे बाटी गई, जुलूस के साथ उठे ताजिया व शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस के व्यापक इंतजाम किए गए थे।
वही उपस्थित ऑल इंडिया अब्बासी महासभा के जिला उपाध्यक्ष सलीम खान अब्बास ने बताया की हमारे कलवारी गाँव मे कई वर्षो से ताजिये जगह-जगह रखे जाते है। और सभी लोग एक साथ तजियो का जुलुस निकलते है, और उन्होंने बताया की कर्बला मे हमारे पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के छोटे नवासे हजरत ईमाम हुसैन साहब की 72 साथियो के साथ शहादत हुई थी, उन्ही की याद मे हम सब मुस्लिम लोग ताजिये और जुलुस निकालते है। और वही साथ मे जुलुस कमेटी के सदस्य अरशद, अकील, शाहरुख़, मोनू, आरिफ, राशीद, शोहिल, नहीम, आशिफ अब्बासी, सलामुद्दीन, बंटू, सद्दाम, मूवीन, उस्मान, पीयूष आदि लोग उपस्थित रहे।