आगरा में अपर मुख्य सचिव और विशेष कार्याधिकारी ने किया विश्वविद्यालय का दौरा. विश्वविद्यालय की कार्यशैली एवं डिजिटल पहल की सराहना, छात्र हित में दिए महत्वपूर्ण सुझाव
आगरा डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा में बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के उच्च पदस्थ अधिकारियों - डॉ. सुधीर एम. बोबडे, अपर मुख्य सचिव, राजभवन एवं पंकज एल जानी, विशेष कार्याधिकारी (शिक्षा) का औपचारिक भ्रमण एवं समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। विश्वविद्यालय परिसर में सुबह 11 बजे कुलपति प्रो. आशु रानी, कुलसचिव अजय मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. ओम प्रकाश और वित्त अधिकारी महिमा चंद ने उनका स्वागत पुष्पगुच्छ भेंट कर किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की शैक्षणिक, प्रशासनिक एवं डिजिटल प्रणाली की गहन समीक्षा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य विश्वविद्यालय की कार्यशैली, छात्रों को मिल रही डिजिटल सेवाओं, तथा प्रशासनिक पारदर्शिता का अवलोकन करना रहा।
बैठक में सबसे पहले 'समर्थ पोर्टल' की प्रगति की विस्तृत जानकारी अधिकारियों ने प्राप्त की। विश्वविद्यालय की IT टीम और संबंधित अधिकारियों से संवाद करते हुए उन्होंने छात्रों को आ रही तकनीकी समस्याओं और उनके समाधान के बारे में मार्गदर्शन दिया। उन्होंने इस बात पर विशेष संतोष व्यक्त किया कि उत्तर प्रदेश, माननीय कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के कुशल मार्गदर्शन में, 'समर्थ पोर्टल' को सफलतापूर्वक लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। बैठक के दौरान परीक्षा, प्रवेश एवं परिणाम प्रणाली पर परीक्षा नियंत्रक और उनकी टीम के साथ चर्चा की गई, जिसमें प्रक्रियाओं को और अधिक पारदर्शी और सरल बनाने के लिए सुझाव दिए गए। इसके अतिरिक्त, GEM पोर्टल, पीएम-उषा योजना, विकास कार्यों, तथा विश्वविद्यालय में गठित विभिन्न समितियों के समन्वयकों के साथ भी अधिकारियों ने संवाद किया और उन्हें छात्र हित में कार्यों को गति देने हेतु प्रेरित किया।
विश्वविद्यालय के विधि विभाग (लॉ विभाग) की भी समीक्षा की गई। हाल ही में सम्पन्न कार्यकारी परिषद (Executive Council) की बैठक में लिए गए निर्णयों का संदर्भ लेते हुए, अधिवक्ता डॉ. अरुण दीक्षित द्वारा प्रस्तुत पुराने बिलों व शिकायतों की समीक्षा की गई। उन्हें आधारहीन मानते हुए, विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनकी रिटेनरशिप समाप्त करने के निर्णय को उचित ठहराते हुए, तत्संबंधी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इसके बाद शाम 5 बजे छलेसर परिसर का निरिक्षण कर उचित मार्गदर्शन दिए और कार्य संतोषजनक पाया. डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा ने हाल ही में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) से A+ ग्रेड प्राप्त कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। समीक्षा बैठक के अंत में कुलपति प्रो आशु रानी ने धन्यवाद देते हुए कहा की विश्वविद्यालय की ये शानदार प्रगति माननीय कुलाधिपति जी के मार्गदर्शन और उनके और राजभवन के सम्बंधित अधिकारीगणों के सतत प्रयासों का परिणाम ही है
अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय डिजिटल परिवर्तन, प्रशासनिक नवाचार तथा छात्र हित में प्रभावी कदम उठाने वाला एक अग्रणी संस्थान बनकर उभर रहा है। इन नवाचारों के कारण ही विश्वविद्यालय ने अकादमिक गुणवत्ता और पारदर्शी प्रशासनिक प्रणाली को सुदृढ़ किया है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि अब समय है कि विश्वविद्यालय इस उपलब्धि को एक प्रेरणा के रूप में लेते हुए उच्च अकादमिक गुणवत्ता और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में और अधिक मेहनत करे ताकि छात्रों को श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देशित किया कि नियमित हो चुके शैक्षणिक सत्र को ध्यान में रखते हुए जल्द से जल्द अकादमिक कैलेंडर तैयार किया जाए और उसका प्रभावी रूप से क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि न केवल आगरा बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है, जिससे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और गुणवत्ता की दिशा में नए द्वार खुलेंगे।