आगरा। आगरा के बाह से लॉरेंस गैंग का एक शूटर पकड़ा गया है। इसके द्वारा राजस्थान में व्यापारी पर फायरिंग की गई। राजस्थान पुलिस आरोपी को गिरफ्तार करके ले गई है। इससे पहले भी जैतपुर थाना क्षेत्र से लॉरेंस गैंग के तीन शूटर पकड़े गए थे।
लारेंस विश्नोई गैंग में सैकड़ों की संख्या में शूटर हैं। फोन पर चौथ मांगी जाती है। जो नहीं देता है उस पर फायरिंग होती है। हत्या का प्रयास किया जाता है। हत्या तक करा दी जाती है। शूटर खुलेआम गोलियां चलाते हैं। आगरा में पहली बार गैंग का शूटर नहीं पकड़ा गया। इससे पहले भी तीन शूटर पकड़े गए थे। खास बात यह है कि दोनों बार शूटर बाह के इलाके के निकले हैं। पूर्वी जोन में लॉरेंस के शूटर रहते हैं। इस खुलासे ने पुलिस के भी होश उड़ा दिए हैं। पूर्व में बीहड़ से सटे गांवों के युवकों ने साइबर क्राइम में अपने हाथ दिखाना शुरू किया था। कई गैंग बन गए थे। गैंग दूसरे प्रदेशों में लोगों को ठगा करते थे। पुलिस की कार्रवाई के बाद युवाओं ने बेरोजगारी के चलते साइबर क्राइम में हाथ नहीं डाला। वे अभी भी राह से भटक रहे हैं। एक घटना के एवज में अच्छे रुपये मिलने के चलते वे शूटर बन रहे हैं। यह पुलिस के लिए भी चिंता का विषय बन गया है। पुलिस ने इलाके में रेकी शुरू कर दी है।
पूर्व में 31 जनवरी 2023 को जैतपुर थाना क्षेत्र से पुलिस ने लॉरेंस गैंग के शूटर जयप्रकाश उर्फ जेपी (एमपी कॉलोनी, बीकानेर), ऋषभ उर्फ यशचंद्र रजवार (रामपुरा बस्ती, बीकानेर), प्रदीप शुक्ला उर्फ बाबा शुक्ला (डिफेंस कॉलोनी, बाह) और भूपेंद्र गुर्जर उर्फ थापा (बड़ा गांव, बाह) को पकड़ा था। आरोपियों ने जयपुर में होटल कारोबारी पर अंधाधुंध गोलियां चलाई थीं। होटल कारोबारी से भी रंगदारी मांगी गई थी। श्री गंगानगर में कारोबारी पर फायरिंग में गोलू पंडित को पकड़ा गया। उससे पुलिस ने पूछताछ की तो खुलासा हुआ कि गैंग हाईटेक है। अलग-अलग जगह से काम के लिए शूटर भेजे जाते हैं। उनके पास मैसेज आता है। किस होटल में रुकना है यह बताया जाता है। होटल में ही काम से पहले कैश मिलता है। हथियार मिलता है। उसके बाद टॉरगेट बताया जाता है। यह गारंटी भी दी जाती है कि मौके पर घिरने पर गैंग के सदस्य बचाकर निकाल लेंगे। बाह के प्रदीप उर्फ गोलू पंडित को श्री गंगानगर (राजस्थान) में कारोबारी पर गोली चलाने के एवज में पिस्टल और एक लाख रुपये मिले थे